हम तो अभी ही मिश्राजी और ज्ञानजी के ब्लाग से होकर गुज़र गए:) पर आपकी टिप्पणी से जानना चाह रहे थे कि काफी में आज क्या मिला रहे है>- तो पता चला कि आज फूल की सुगंध है:))
मज़ा आ गया।उम्मीद थी ऐसा ही कुछ होगा।शाम को ही पाब्ला जी फ़ोन आया था वे भी पूछ रहे थे छत्तीसगढ मे हुये ब्लागर मीट के बारे मे।उन्हे इस मीट की सूचना दी थी नीरज जी ने।पाब्ला जी ने हमारा नही लगने पर संजीत को भी बता दिया था।वो बेचारा भी ढूंढ कर थक गया और उसने पाब्ला जी को जानकारी नही होने की बात बता दी।उसके बाद हमारा फ़ोन लगा और हमने भी घर जाकर देखने की बात कही और लो देखते-देखते यंहा तक़ आ पहुंचे।बहुत बढिया।
मानो या मानो...हमने जानबूझ कर इस लिंक को क्लिक किया है क्योकि ज्ञानजी और शिवजी से जुड़ी घटना फूल बनाने के लिए ही कही गई लगी हमें...आपकी ऐसी लाजवाब पोस्ट का इंतज़ार था...:)
इत्ते खुबसूरत चेहरे के साथ हम तो पहले से ही फ़ुल फ़ूल दिखते है .अरे उपर वाले ने हमे फ़ुरसत से फ़ूल से ज्यादा खुबसूरत बनाया है सो आपके बनाये हम नही बनने वाले जी ये फ़ूल वूल समझे का ? :)
14 comments:
फूल को फूल बनाया तो क्या कद्दू में तीर मारा....???? हें हें हें हें ....(खिसियानी हंसी....)
नीरज
हम तो अभी ही मिश्राजी और ज्ञानजी के ब्लाग से होकर गुज़र गए:) पर आपकी टिप्पणी से जानना चाह रहे थे कि काफी में आज क्या मिला रहे है>- तो पता चला कि आज फूल की सुगंध है:))
बधाई कुश तुमने रात बीतते बीतते आखिर यह एक शिकार और कर लिया ! शाबाश !
ban gaye bhai....
...tabhi main sochu subah to gyandatt ji ke blog main paras patthar ka jikr tha....
buhuhuhu subak subak....
मज़ा आ गया।उम्मीद थी ऐसा ही कुछ होगा।शाम को ही पाब्ला जी फ़ोन आया था वे भी पूछ रहे थे छत्तीसगढ मे हुये ब्लागर मीट के बारे मे।उन्हे इस मीट की सूचना दी थी नीरज जी ने।पाब्ला जी ने हमारा नही लगने पर संजीत को भी बता दिया था।वो बेचारा भी ढूंढ कर थक गया और उसने पाब्ला जी को जानकारी नही होने की बात बता दी।उसके बाद हमारा फ़ोन लगा और हमने भी घर जाकर देखने की बात कही और लो देखते-देखते यंहा तक़ आ पहुंचे।बहुत बढिया।
बधाई हो!! पुराने तौर तरीकों को तकनीकी रुप से पेश करने की इस कोशिश के लिये बधाई एवं अनुमोदन!!
सस्नेह -- शास्त्री
मानो या मानो...हमने जानबूझ कर इस लिंक को क्लिक किया है क्योकि ज्ञानजी और शिवजी से जुड़ी घटना फूल बनाने के लिए ही कही गई लगी हमें...आपकी ऐसी लाजवाब पोस्ट का इंतज़ार था...:)
jee shukriya.. Lekin main sach mein hil gaya tha :D
खुद तो फूल बनी ही ... औरों को फूल बनाने के लिए अपने ब्लाग में भी इसका लिंक डाल दिया है ... अन्यथा न ले।
:) good one
:)
इत्ते खुबसूरत चेहरे के साथ हम तो पहले से ही फ़ुल फ़ूल दिखते है .अरे उपर वाले ने हमे फ़ुरसत से फ़ूल से ज्यादा खुबसूरत बनाया है सो आपके बनाये हम नही बनने वाले जी ये फ़ूल वूल समझे का ? :)
hame to august main april fool bana diya (hahahahah)
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति आज के ब्लॉग बुलेटिन पर | सूचनार्थ |
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